Chaitra Navratri 2023: इस बार चैत्र नवरात्रि 22 मार्च 2023, बुधवार से आरंभ हो रहे हैं। इन नवरात्रों में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाएगी। नवरात्रि के बाद 30 मार्च 2023, गुरुवार को रामनवमी का पर्व आएगा। पौराणिक व धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि व रामनवमी पर किए गए पूजा-पाठ का अनन्त गुणा फल मिलता है। ऐसे में इस समयकाल के लिए विशेष नियमों का प्रावधान किया गया है।
ज्योतिषी एम. एस. लालपुरिया के अनुसार नवरात्रि के लिए सबसे पहले खान-पान और आचार-विचार के नियम आते हैं। माना जाता है कि इन नियमों की पालना करने से ईश्वर जल्दी प्रसन्न होते हैं। साथ ही उसकी सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं। जानिए इन नियमों के बारे में
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चैत्र नवरात्रि में ध्यान रखें ये नियम (Chaitra Navratri 2023 Rules)
- नवरात्रि तथा पूजा-पाठ के दौरान लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा, अंडे आदि का सेवन नही करना चाहिए। ये सभी तामसिक पदार्थ माने गए हैं तथा शरीर में जड़ता लाते हैं। इनमें मन की चंचलता बढ़ती है और वह भोग-विलास की ओर भागता है। इसी प्रकार मांस-मदिरा तथा अंडों के सेवन से भी व्यक्ति के पुण्यों का क्षय होता है।
- सुबह जल्दी उठकर ब्रह्म मुहूर्त में ही ईश्वर आराधना आरंभ कर देनी चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त की पूजा अवश्य फलदायी होती है। इस समय मन भी पूरी तरह से आराधना में लीन हो जाता है। कहा जाता है कि इस समय सिद्ध पुरुषों और संतों की आत्माएं सूक्ष्म जगत में विचरण करती हैं। उनका भी आशीर्वाद मिलता है।
- Chaitra Navratri: नवरात्रि काल में व्रत भी रखने चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार नवरात्रि सर्दी औऱ गर्मी का संधिकाल माना जाता है। ऐसे समय में शरीर पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। यदि प्रतिदिन एक समय व्रत किया जाए तथा केवल फलाहार लिया जाए तो शरीर में मौजूद टॉक्सिन बाहर निकल जाते हैं। इस तरह शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाई जा सकती है और युवा रहा जा सकता है।