Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य बहुत बड़े अर्थशास्त्री और नीतिकार थे। आज भी इनकी नीतियों का पालन लोग करते हैं। चाणक्य से राजा महाराजा भी शिक्षा ग्रहण किया करते थे। बता दें, आज के समय में भी लोग आचार्य की नीतियों का प्रयोग अपने जीवन में करते हैं। इनकी बातें लोगों को आगे बढ़ने की सलाह देती है।
आचार्य चाणक्य कहते हैं अगर नीच व्यक्ति के पास भी विद्या है तो उससे ज्ञान लेने में तनिक भी नहीं कतराना चाहिए। ये आपकी किसी भी स्थिति एवं परिस्थिति को बदल सकता है। इसलिए अगर कोई जरूरी चीज भी गंदगी में पड़ी दिखे तो बिना संकोच किए उठा लेना चाहिए। इससे आपको कई फायदे होंगे। हमेशा निरंतर अपने जीवन में आगे बढ़ते रहेंगे। तो आइए जानते हैं आचार्य किन चीजों के बारे में वर्णन किए हैं कि गंदगी में भी पड़ी ये चीजें बिना संकोच किए उठा लेना चाहिए।
इन 2 श्लोक में किया गया है वर्णन

विषादप्यमृतं ग्राह्यममेध्यादपि काञ्चनम् ।
रनीचादप्युत्तमां विद्यांस्त्रीरत्नं दुष्कुलादपि ।।
सत्कुले योजयेत्कन्यां पुत्रं विद्यासु योजतेत् ।
व्यसने योजयेच्छत्रुं मित्रं धर्मे नियोजयेत् ।।
जहर से भी निकालें अमृत
Chanakya Niti आचार्य चाणक्य के सभी बातों का अर्थ बेहद अनमोल रहता है। आचार्य कहते हैं, व्यक्ति को जहर से भी अमृत निकाल लेना चाहिए। इसका अर्थ स्पष्ट होता है कि अगर बुरी चीजों में भी अच्छाई दिखे तो इसे सीखने या ग्रहण करने की कोशिश करना चाहिए। इससे आप जिंदगी में हमेशा आगे बढ़ेंगे। अगर किसी नीच व्यक्ति के अंदर विद्या है तो ग्रहण करने में बिलकुल भी संकोच नहीं करना चाहिए।
Chanakya Niti: लड़की के गुणों का करें लिहाज
आचार्य चाणक्य कहते हैं लड़कियों के गुणों का हमेशा लिहाज करना चाहिए। लड़की की शादी किसी भी संस्कारी घर में करवानी चाहिए। इससे उसके गुणों का सम्मान हमेशा किया जाएगा। इसके साथ-साथ अगर किसी मूर्ख या दुष्ट परिवार की लड़की भी गुणी है तो उससे अपने घर की बहु बनाने में बिल्कुल घबराना नहीं चाहिए। ऐसी गुणी लड़कियां घर को स्वर्ग बना देती है।
बुराई में ढूंढे अच्छाई
आचार्य कहते हैं अगर सोना जैसा अनमोल धातु कीचड़ में दिखे तो उसे उठाने में नहीं हिचकिचाना चाहिए। बेझिझक सोना उठा लेना चाहिए। इसलिए किसी भी बुरी चीज में अच्छाई दिखे तो उसे ग्रहण करने में न संकोच करें। इससे आपका मूल्य नहीं घटेगा बल्कि और सम्मान और मान बढ़ेगा।