Clean Survey: हरदा शहर में सफाई व्यवस्था है बेहाल, खुली पोल! स्वच्छता सर्वेक्षण में कैसे बनेगा नंबर 1 जिलाजिले में नगर पालिका द्वारा इस साल के स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में पहली रैंक हासिल करने के लिए। नगरपालिका शहर में लगातार सफाई अभियान चला रही है। साथ ही वह इस बार सर्वेक्षण में नंबर वन आने का भी दावा कर रही है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है,शहर में कई जगहों पर दिनभर कचरा पड़ा रहता है, जो सफाई व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रहा है।
कूड़ेदानों के निचे पड़ा रहता है कचरा
Clean Survey: हरदा नगर पालिका ने घरो से निकलने वाले गीला और सूखा कचरा अलग-अलग डालने के लिए शहर के मुख्य मार्गों एवं बाजार क्षेत्र में लगभग 45 से भी जगहों पर लोहे के कूड़ेदान लगाए हैं। लेकिन अब उनमे से कई जगहों के डस्टबिन टूट गए हैं।

Clean Survey: इसकी वजह से दुकानों से निकलने वाला कचरा डस्टबिन में डालने के बजाय जमीन पर फेक रहे लोग। इस दौरान शहर के आवारा मवेशी भी आकर कचरे को फैला देते हैं, जिससे बहुत गंदगी फैल रही है। लेकिन नपा द्वारा ऐसे टूटे डस्टबिन को बदला नहीं जा रहा है। सड़कों पर इस तरह गंदगी फैलने से आमजनो को काफी दिक्कत हो रही है
शहर में लगभग 245 सफाई कर्मचारी है नियुक्त
Clean Survey: हरदा नगर पालिका शहर के 35 वार्डों में घर-घर जाकर कचरा इकठ्ठा करवाती है। इस कार्य से लेकर शहर की सफाई कचरा इकट्ठा करने में लगभग 245 सफाई कर्मचारी लगे हुए हैं।यह कर्मचारी इन 24 ऑटो वाहनो के द्वारा घर -घर जाकर कचरा एकत्रित करते हैं, वहीं 5 ट्रैक्टर ट्रालियां शहर के बाजारों से कचरा उठाने में कार्य लगी हुई हैं। शहर से रोजाना लगभग 20 टन कचरा निकल रहा है.
Clean Survey: शहर में सफाई व्यवस्था है बेहाल खुली पोल स्वच्छता सर्वेक्षण में कैसे बनेगा नंबर 1 जिला पढ़िए पूरी खबर
फरवरी माह में सर्वेक्षण टीम के आने की उम्मीद है
Clean Survey: इस बार देश में स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 को लेकर प्रदेशभर की नगर पालिका और नगर निगम के अंतर्गत शहर में होने वाली सफाई व्यवस्थाओं का निरक्षण करने के लिए टीम फरवरी माह में आने की उम्मीद है। इस दौरान टीम के सदस्य शहर में भ्रमण करके नागरिकों से सफाई व्यवस्था के बारे में फीडबैक लेंगे। वहीं शहर में स्थापित सार्वजनिक शौचालयों का निरीक्षण किया जाएगा। इसके अलावा कचरा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में किस तरह से कचरे से जैविक खाद बनाई जा रही है, उसकी बारीकी से जाँच पड़ताल की जाएगी।
कुए के पास डालते है कचरा
Clean Survey: शहर के लोगो ने बताया की हमारे घर के पास में पेयजल का कुआं है। जहां पर प्रतिदिन नपा के सफाई कर्मी दूसरी जगह का कचरा लाकर यहाँ डालते हैं, जिसमें से आधा कचरा उठाकर लेकर जाते हैं, और बाकी का कचरा यहीं पड़ा रहता है। इस कचरे की दुर्गंध से दिनभर राहगीर एवं दुकानदार परेशान होते रहते हैं।
टूटे हुए डस्टबिन भी नहीं बदल रही नगरपालिका

Clean Survey: शहर के एक दुकान के मालिक ने बताया की उसकी दुकान के सामने डस्टबिन लगा हुआ है, लेकिन वह पूरी तरह से टूट चुका है। लेकिन फिर भी इसे अभी तक बदला नहीं गया। इसकी वजह से दुकानों से निकलने वाले कचरे को लोग जमीन पर ही फेंक देते हैं। मवेशी कचरे में खाद्य सामग्रियां तलाशने में कचरे को सड़क पर इधर उधर फैला देते हैं।
नपा CMO ने बताया की
Clean Survey: नपा CMO ने बताया की स्वच्छता सर्वेक्षण टीम शहर में सफाई व्यवस्था देखने के लिए आने वाली है, लेकिन अभी इसकी कोई तारीख नहीं मिली है। शहर में 245 कर्मचारी सफाई व्यवस्था को संभाल रहे हैं। जहां पर डस्टबिन टूट गए हैं, उन्हें अब बदलवाया जा रहा है.