Rashtriya Ispat Nigam Limited: केंद्र की मोदी सरकार एक और कंपनी से अपनी हिस्सेदारी को बेचने की तैयारी में हैं। इसे खरीदने में टाटा स्टील, अडानी ग्रुप और JSW Steel के साथ ही कई और कंपनियां भी दिलचस्पी दिखा रही हैं। खबरों की मानें तो मोदी सरकार जनवरी 2023 के अंत तक राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड और उसकी सब्सिडियरी कंपनी के विनिवेश के लिए रुचि पत्र (एक्स्प्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट) मंगवाने की योजना बना रही है। यह कंपनी किसी नुकसान में नहीं है बल्कि अभी मुनाफे में चल रही है। बता दें कि यह विशाखापत्तनम स्टील प्लांट या विजाग स्टील के नाम से भी जाना जाता है
मुनाफे में चल रही है कंपनी
बता दें कि सरकार RINL से अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचना चाहती है जबकि कंपनी फायदे में चल रही है। वित्त वर्ष 2021-22 में इस कंपनी को 913 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। तब इसका टर्नओवर 28215 करोड़ रुपए का रहा था। बता दें कि इस कंपनी के पास लगभग 22000 एकड़ की जमीन है। इसका एक प्लांट गंगावरम पोर्ट के पास है और यह पोर्ट अडानी ग्रुप के पास
है।

टाटा और अडानी इसे खरीदने में हैं दिलचस्प
बता दें कि Tata Steel, Adani Group और JSW Steel ने दिसंबर की शुरुआत में इस कंपनी को खरीदने में काफी दिलचस्पी दिखाई थी। बता दें कि उत्पादन-आधारित प्रोत्साहन यानी PLI योजना के तहत टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील और सेल समेत पांच प्रमुख इस्पात कंपनियों का पात्र इकाइयों की सूची में दबदबा है। हिस्सेदारी के लिए टाटा स्टील, जेएसडब्लू स्टील और अडाणी ग्रुप के बीच मुकाबला हो सकता है। कंपनी का वैल्यूएशन कितना होगा अभी इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है यह दिसंबर के अंत तक तय हो सकता है।
पहले ही की गई थी घोषणा
खबर है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने जनवरी 2021 में Rashtriya Ispat Nigam Limited में सरकार की हिस्सेदारी का पूरी तरह रणनीतिक विनिवेश करने की सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। इसके साथ ही इसकी सब्सिडियरी इकाइयों एवं संयुक्त उद्यमों में भी सरकारी हिस्सेदारी की बिक्री की बात कही गई थी।