Gulabi Aalu Ki Kheti:- किसानों के लिए यह फसल वरदान साबित हो सकता है, इसकी खेती से घर में बरसेगा पैसा ही पैसा, गुलाबी आलू की खेती करने के लिए यह एक बहुत ही जबरदस्त ऑप्शन सकती हो सकता है। यह ना केवल कम से कम समय में तगड़ी आमदनी देती है, बल्कि यह सेहत के लिए भी बेहद ही फायदेमंद साबित होती है।
गुलाबी आलू बहुत सी बीमारियों को जड़ो से खत्म करने में बहुत ज्यादा कारगर है। जिसके अलावा, इस सब्जी में बहुत सारे पोषक तत्व मिलते हैं, जिसके लिए लोग इसे आपने आहार में सम्मिलित करना बहुत ज्यादा पसंद करते हैं। आइए इस सब्जी के बारे में हम आपको विस्तार से बताते है।
गुलाबी आलू की खेती का तरीका
गुलाबी आलू की खेती अधिकतर पहाड़ी इलाकों में बहुत बड़े पैमाने पर करते है। इसको तैयार होने में लगभग 70 से 80 दिन का समय लग जाता है। इस सब्जी की पैदावार लगभग 300 से 400 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक की जा सकती है। गुलाबी आलू की खेती के लिए सबसे ज्यादा बलुई दोमट मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है।
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इस मिट्टी का pH मान 5.2 होना आवश्यक है। ताकि इस फसल को किसी प्रकार का कोई नुकसान ना हो और इससे अच्छी पैदावार प्राप्त होती है। इस फसल की बुवाई सितंबर से अक्टूबर माह के दौरान कर सकते है। इस फसल की बुवाई का सबसे तगड़ा समय माना जाता है।
गुलाबी आलू की मांग
बता दे गुलाबी आलू की खेती किसानों के लिए एक लाभदायक ऑप्शन साबित हो सकता है। इस फसल की उच्च डिमांड और पोषक तत्वों से भरी होने की वजह से यह एक जबरदस्त ऑप्शन है। जिसमे बाकि सामान्य आलू के मुकाबले में ज्यादा पोषक तत्व मिलते हैं। बता दे प्रति हेक्टेयर के खेत में इस फसल का लगभग 400 क्विंटल से भी अधिक उत्पादन हो जाता है।
गुलाबी आलू की कमाई
गुलाबी आलू बाकि सामान्य आलू के मुकाबले बहुत ज्यादा महंगा बेचा जाता है, बाजार में इस फसल की मांग भी अधिक हो रही है। अब ऐसे में प्रति हेक्टेयर के खेत में इस फसल का लगभग 400 क्विंटल से भी अधिक उत्पादन हो सकता है। वही इस हिसाब से आपको लाखो रुपये का तगड़ा मुनाफा प्राप्त हो सकता है।