MP Board Paper Leak: मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक होने की बात स्कूल शिक्षा मंत्री ने स्वीकार की है. ऐसे में अब बच्चों के सामने बड़ा सवाल है कि क्या उन्हें फिर से लीक हुए प्रश्नपत्रों के लिए बैठना पड़ेगा?
MP Board Paper Leak: माध्यमिक परीक्षा बोर्ड, (MPBSE) के पेपर लीक मामले में स्कूल शिक्षा मंत्री का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने वायरल हुए दस्तावेजों के लीक होने की बात स्वीकार की। इसके अलावा निदेशालय ने इस घटना में 4 केंद्रों के 9 लोगों को निलंबित कर दिया है. अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि मंत्री की मंजूरी के बाद क्या बच्चों को फिर से पेपर देना पड़ेगा

MP Board Paper Leak: स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि सेकंड राउंड में जो प्रश्न पत्रों के बारे में जानकारी आई है. उसमें पाया गया है कि सेंकड राउंड में वायरल पेपर सही थे ये थाने से स्कूल तक पहुंचने के बीच के समय में हुआ है. हालांकि, परमार ने कहा कि पहले राउंड में जो पेपर वायरल हुए थे उनमें कोई सत्यता नहीं पाई गई. इंदौर भोपाल में FIR दर्ज कराई गई है और भ्रम फैलाने वाले पर सख्त कार्रवाई की जाएगी
MP Board Paper Leak: अब फिर से 10वीं-12वीं की देनी होगी परीक्षा जाने पूरी डिटेल
क्या देना पड़ेगा फिर से पेपर ?
MP Board Paper Leak: पेपर लीक होने के बाद से ही छात्र गुस्से में हैं। उन्हें पेपरों के रद्द होने की आशंका सता रही थी. लेकिन, अब खुद शिक्षा मंत्री ने वायरल दस्तावेजों की सत्यता की बात कहकर बच्चों का उत्साह बढ़ा दिया है. यदि प्रश्नपत्र अस्वीकृत हो जाता है, तो आपको फिर से परीक्षा में बैठना होगा। हालांकि अभी तक निदेशालय या शिक्षा मंत्री व बोर्ड की ओर से इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है.

पीसी शर्मा ने की गंभीर शिकायत
MP Board Paper Leak: पेपर लीक को लेकर कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने कार्यालय पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, अगर मैं पेपर लीक का भ्रम फैलाता हूं तो मेरे खिलाफ एफआईआर होनी चाहिए। अंग्रेजी का पेपर भी पूरी तरह से लीक हो गया है। भ्रष्टाचार हो रहा है। अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया। यानी पेपर लीक हो गया। स्कूल शिक्षा विभाग कागज बेच रहा है।
टेलीग्राम चैनल पर FIR
MP Board Paper Leak: बता दें कि मामले की गंभीरता को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा मंडल (एमपीबीएसई) ने 6 सदस्यों की एक कमेटी गठित की है। जो पेपर लीक मामले की जांच करेगी। फिर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड की शिकायत पर संबंधित टेलीग्राम चैनल के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। और कुछ को निलम्बित किया गया है।