PM Fasal Bima Yojana: सरकार जलवायु संकट और प्रौद्योगिकी में नई तकनीकी को देखते हुए किसानों के हित में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना- पी.एम.एफ.बी.वाई. में संशोधन करने के लिए तैयार है।
PM Fasal Bima Yojana: आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव मनोज आहूजा ने कहा है कि 2016 में इस कार्यक्रम की शुरूआत के बाद से नई चुनौतियों से निपटने के लिए इसमें बडे बदलाव किये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि 2018 में भी इस स्कीम में मूलभूत बदलाव किये गये थे। इनमें किसानों के लिए फसल नुकसान की जानकारी देने की अवधि 48 घंटे से बढाकर 72 घंटे करना शामिल है।
PM Fasal Bima Yojana: सचिव ने कहा कि उपयुक्त खेती के अनुरूप फसल बीमा योजना की पहुंच और इसके संचालन में नवाचार, डिजिटीकरण और प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। मंत्रालय ने कहा है कि पी.एम.एफ.बी.वाई. किसानों के पंजीकरण के मामले में फिलहाल दुनिया की सबसे बड़ी फसल बीमा योजना है, जिसके अंतर्गत हर वर्ष औसतन साढ़े पांच करोड़ पंजीकरण किये जा रहे हैं। प्रीमियम प्राप्ति के मामले में यह विश्व की तीसरी सबसे बड़ी योजना है।
PM Fasal Bima Yojana: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में संशोधन करने के लिए तैयार सरकार
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