Sidhi Singrauli News : सीधी जिले वासियों के लिए ललितपुर सिंगरौली रेल लाईन ऐसा सपना बना हुआ है जिसके साकार होने की संभावनाएं अभी भी काफी दूर दिखाई देती हैं।
15 वर्ष पूर्व 2007 में रीवा से बरिगवां के बीच रेल लाईन विस्तार परियोजना का कार्य शुरू किया गया था। जिसमें पहला चरण रीवा से गोविंदगढ़, दूसरा चरण गोविंदगढ़ से सीधी, तीसरा चरण सीधी से बरिगवां तय किया गया था किंतु 2007 से अगस्त 2022 तक 15 वर्षों में रीवा से गोविंदगढ़ तक रेल का इंजन पहुंचना तो दूर, अभी तक पटरी बिछाने का कार्य भी पूर्ण नहीं हुआ है।
जबकि गोविंदगढ़ रेलवे स्टेशन बांसा का कार्य कई वर्ष पूर्व पूर्ण हो चुका है। रेलवे स्टेशन रखरखाव के अभाव में क्षतिग्रस्त होने लगा है किंतु अभी तक रीवा रेलवे स्टेशन से लेकर गोविंदगढ़ रेलवे स्टेशन तक रेल की पटरी बिछ नहीं पाई है।
Sidhi Singrauli News:प्रथम चरण का कार्य पूर्ण होने में बरसों लग सकते हैं। गोविंदगढ़ से सीधी तक पटरी बिछाने का काम इतनी मंद गति से चल रहा है कि अभी तक मिट्टीकरण का कार्य भी पूर्ण नहीं हो पाया है। जिन रेलवे संविदाकारों को रेलवे स्टेशन बनानें का कार्य सौंपा गया था वो रेलवे स्टेशन का कार्य लगभग पूर्ण कर लिए हैं किंतु जब इन स्टेशनों में रेल आएगी तब तक स्टेशन क्षतिग्रस्त हो जाएंगे। रेलवे स्टेशन के निर्माण के बाद इनका रखरखाव व देखभाल करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
Sidhi Singrauli News:वर्ष 1998 से सीधी से रीवा रेल आने की बात स्थानीय नेताओं के द्वारा कही जाने लगी थी किंतु अभी दूर-दूर तक सीधी रेल आने की संभावनाएं नजर नहीं आ रही हैं। 15 वर्षों में जब प्रथम चरण का कार्य पूर्ण नहीं हुआ तो द्वितीय चरण के कार्य में अभी बरसों लग सकते हैं। सीधी की सीमा बघवार में छुहिया घाटी में रेलवे सुरंग का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है
किंतु जब तक सुरंग से रेल गुजरेगी तब तक सुरंग की स्थिति ज्यों कि त्यों बनी रहती है कि नहीं ये कहा नहीं जा सकता। जिले में भू अर्जन का कार्य भी काफी मंद गति से चल रहा है। सीधी की सीमा से लगे गोडहा टोला, बघवार, नैकिन, रघुनाथपुर आदि गांवों के जिन किसानों की भूमि रेल पटरी विस्तार के लिए भूमि अर्जित की गई थी उनको अभी तक जमीन का मुआवजा तक नहीं मिला है। जब सीमावर्ती गांवों में भू अर्जन का कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है तो वहां पटरी बिछाने का कार्य कब और केसे होगा यह भी तय नहीं हो पा रहा है।
भू-अधिग्रहण के नाम पर किया गया फर्जीवाडा
Sidhi Singrauli News:जिले में रेलवे भू-अर्जन के नाम पर जमकर फर्जीवाड़ा किया गया है। एक ही भूमि का दो-दो बार मुआवजा वितरण करनें का मामला प्रकाश में आया है। सीधी शहर से लगे ग्राम पंचायत नौढिय़ा व मधुरी के बीच जिस स्थान में रेलवे स्टेशन का निर्माण होना है उस जमीन का धारा 11 के प्रकाशन के बाद भी बटांकन कर फर्जी तरीके से मुआवजा वितरण किया गया है।
इतना ही नहीं कूटरचित तरीके से रेलवे के धारा 11 प्रकाशन के बाद जिस जमीन का मुआवजा बना दिया गया था उसी जमीन का पुन: बटांकन कर दिया गया। जिसकी अपील होने पर एसडीएम द्वारा बटांकन निरस्त करने के बाद भी दर्जन भर भूमि स्वामियों को करीब 8 करोड 66 लाख रुपए के मुआवजे का भुगतान कर दिया गया।
Sidhi Singrauli News:रेलवे एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से जिले में लगभग करोडों रुपए का फर्जी भुगतान भू-अर्जन के नाम पर कर दिया गया। उक्त फर्जीवाडे के प्रकाश में आने के बाद भी जिला प्रशासन अभी तक कोई कार्यवाई नही कर पाया है।
यही नहीं ललितपुर सिंगरौली रेल परियोजना के लिए जिले में अधिग्रहीत की गई जमीन का अवैधानिक तरीके से मुआवजा प्राप्त करनें वाले लोगों पर कार्यवाई करने व मुआवजे की राशि की वसूली करनें के बजाय जिला प्रशासन आरोपियों को बचानें का प्रयास कर रहा है। जबकि मामला प्रकाश में आने के बाद कलेक्टर के द्वारा एसडीएम को पूरे मामले की जांच सौंपी गई थी। किंतु वह जांच कहां और कैसे हो रही है इसकी कोई जानकारी नहीं दी जा रही है।
Sidhi Singrauli News : 15 साल से चल रहा है काम सीधी सिंगरौली रेल लाइन के विस्तार का कार्य कब पूरा होगा
रेल के मामले में लगातार प्रयासरत हैं सांसद
Sidhi Singrauli News:ललितपुर-सिंगरौली रेल के मामले में विगत 7 वर्षों से सीधी सांसद रीती पाठक काफी सक्रिय हैं। जब-जब लोकसभा का सदन चलता है तब-तब सांसद रीती पाठक केंद्रीय रेल मंत्री से मिलकर रीवा से सीधी रेल लाईन विस्तार का कार्य तेजी से करानें के लिए मुलाकात करती हैं और जहां कहीं बजट का अभाव होता है उसके लिए बजट भी उपलब्ध कराती हैं।
उनके निरंतर प्रयास के बाद भी गोविंदगढ़ से सीधी रेल पटरी बिछाने का कार्य काफी मंद गति से चल रहा है और भू-अर्जन के कार्य में भी तेजी नहीं आ रही है। जबकि जबलपुर के डीआरएम से निरंतर सांसद संपर्क बनाए रहती हैं। लेकिन उनके प्रयासों के बावजूद स्थिति गंभीर बनी हुई है।

Sidhi Singrauli News:सांसद रीती पाठक का ये प्रयास था कि उनके दूसरे कार्यकाल के अंत तक सीधी में रेल पहुंच जाए किंतु जिस तरीके से रेलवे के संविदाकार गोविंदगढ़ सेे सीधी तक पटरी बिछानें का कार्य कर रहे हैं उससे उनके दूसरे कार्यकाल के अंत तक रेल आने की बात तो दूर रही पटरी तक नहीं बिछाई जा सकती। लगातार 15 वर्षों के प्रयासों के बाद भी अभी तक रीवा से गोविंगदगढ़ तक रेल का इंजन नहीं आ पाया है तो गोविंदगढ़ से सीधी आने में अभी दशकों का समय लगेगा।