RKTC कंस्ट्रक्शन द्वारा की जा रही है मनमानी,भरसेडी पंचायत का मामला ज़िम्मेदार बने मुकदर्शक
Singrauli News: ज़िले से निकलने वाली नदियों में बालू माफिया राज कर रहे हैं। आमजन या सरकार को कोई फायदा नहीं हो रहा है। जिले के बालू माफिया नोट छाप रहे हैं। सैकड़ों गाड़ियों में ओवरलोड बालू लाद कर यूपी पहुंचा दे रहे हैं। इस धंधे में बड़े-बड़े सफेदपोश भी शामिल है।
वरना क्या मजाल की नदियों में पोकलेन मशीन लेकर घूमें ? और बेरोजगार दर-दर की ठोकरें खाएं। बालू माफिया पर काबू पाने के लिए भले ही सीएम शिवराज सिह चौहान हजारों नियम बना दे लेकिन जिले में रेत का अवैध उत्खनन परिवहन वेदस्तूर जारी है.बालू खदान शुरू होते ही नदियों में पोकलेन मशीन उतार दी गई है. ऐसे में उन्हें इन रेत माफियाओं से निपटना एक कड़ी चुनौती बनकर सामने आ रही है.अब लोग तरह-तरह की चर्चा करते हैं सूत्र बताते है कि रेत के इस खेल में प्रशासनिक

Singrauli: अधिकारियों से लेकर जन प्रतिनधियों का भी हाथ पूरी तरह से लिप्त है। आप कुछ भी कर ले कोई सुनने वाला नहीं है जिले में ! ऐसे में जिले में आये नये कलेक्ट र से ही जन मानस को एक आस बची हुई है की शायद नदियों का सीना छलनी होने से बच सके ! जबकि विपक्ष इस समय भारत जोड़ो अभियान में व्यस्त दिखाई दे रहा है।
Singrauli: करवाही रेत खदान गोपद नदी के बीच पोकलेन लगाकर निकाली जा रही रेत
Railway job 2022: रेलवे में 10वीं ITI पास के लिए बंपर भर्ती, जानिए आवेदन की पूरी प्रक्रिया
भरसेडी पंचायत के करवाही रेत खादान में पांच पीसी पोकलेन लगाकर गोपद नदी के बीच धारा से निकाली जा रही है !रेत यही नहीं ओवरलोड रेत दिया जा रहा है ! जिससे सरकार के टीपी में हो रही चोरी एवं मजदूरों का मारा जा पेट मजदूर हो रहे वेरोजगार। यही हाल हर्रहवा 1,2,3 ,रम्पा ,निगरी-निवास ,देवसर और चितरंगी में बालू माफिया और पुलिस के बीच लुकाछिपी का लगातार खेल जारी है।
Singrauli: बालू माफिया दबंगई से दिन के उजाले में ही पोकलेन मशीन से रेत की निकासी कर रहे हैं इस खनन की जानकारी नेता पुलिस खनिज और राजस्व विभाग को बखूबी है लेकिन गुलाबी नोट हर महीने समय से मिलने के कारण सब ने आंख बंद कर ली है.हर्रहवा ,रम्पा और ज़िले की अन्य खदाने उसके आसपास का इलाका कई वर्षों से अवैध बालू खनन के लिए चर्चित रहा हैं।
Singrauli News: क्या कहता है नियम
Singrauli: नदियों से रेत खनन को लेकर प्रदेश सरकार का स्पष्ट नियम है कि नदी में पानी है तो पानी के अंदर से रेत नहीं निकाली जाएगी। ठेकेदार नदी किनारे तट पर जमा रेत ही निकाल सकता है। सरकार के इन नियमों का जिले की रेत खदानों के समूह का ठेका लेने वाली RKTC कंस्ट्रक्शन द्वारा खुला उल्लंघन किया जा रहा है। गोपद नदी के करवाही रेत खदान पर लगभग हर दिन नदी के बीच पोकलेन मशीन लगाकर रेत निकाली जा रही है। यह मामला बीते दिनांक 13.11.22 ,और 22.11.22. को सिंगरौली मिरर के अंक में प्रकाशन से प्रशासन के संज्ञान में है।
Singrauli: यह कोई पहला मामला नहीं RKTC कंस्ट्रक्शन द्वारा ठेका शर्तों के उल्लंघन का यह पहला मामला नहीं है। शनिवार को म्यार नदी के हर्रहवा में 1 ,2 व् 3 तथा शुक्रवार को रजमिलान ,सरई निवास के खदानों में मशीनों के जरिये खनन का मामला पुनः सामने आया था । नदी के बीच तक रैम्प बनाते हुए पानी के अंदर से रेत निकाले जाने की तस्वीरें और वीडियो सामने आए थे। जिला खनिज अधिकारी को कॉल किया गया तो कॉल भी रिसीव नहीं किया गया !
माइनिंग कॉर्पोरेशन ने जिले की नदियों से रेत निकालने के लिए RKTC कंस्ट्रक्शन को जिन शर्तों के साथ अनुमति दी है, उसमें पहली शर्त यही है कि रेत का खनन पानी के अंदर से नहीं होगा। यह प्रतिबंधात्मक शर्त इसलिए प्रमुखता से रखी गई है ताकि जलीय जीव-जंतुओं को नुकसान नहीं हो और नदी के इकोसिस्टम पर असर नहीं पड़े।
नियमों का खुला उल्लंघन, सिंगरौली ज़िले में …
लेकिन रेत ठेका कंपनी की हनक और रुपयों की खनक के आगे वो बेबस है। नदी के बीच तक पोकलेन मशीन पहुंच सके इसके लिए जलधारा को प्रभावित करते हुए बकायदा रैम्प भी बनाया गया है।