जांच के बाद राजेन्द्र दुबे का चेहरा होगा बेनकाब,फर्जी सदस्यों को जोडकर प्रतिमाह डकार रहा लाखों रूपये
अनोखी आवाज सिंगरौली। अंधेर नगरी चौपट राजा,टके सेर भांजी टके सेर खाजा। ऐसा चरितार्थ हो रहा है सिंगरौली जिले में। और जिम्मेदार है कि मामलों को गंभीरता से लेने की बजाया मिट्टी डाल रहें हैं। एनटीपीसी विंन्ध्यनगर अन्तर्गत समितियों के गठन में जमकर नियमों की धज्जीयां उडाई गई है और उक्त गडबडियों में सहकारिता विभाग के जिम्मेदारों व एनटीपीसी प्रबंधन की महती भूमिका रही है। ऐसा ही एक मामला इन दिनों सुर्खियों में है जहां कुटरचित दस्तावेज तैयार कर अषिक्षित विस्थापित महिला की समिति हडप ली गई है।
सिंगरौली : पीडिता सीता देवी जो तेलगवा से विस्थापित है और वर्ष 1998-99 में आदर्ष विस्थापित बेरोजगार सहकारी समिति मर्यादित तेलगवा का पंजीयन कराकर एनटीपीसी में कार्य कर रहीं थी लेकिन अपने रिष्तेदार राजेन्द्र दुबे को कार्य देख रेख हेतु रख दी,जिसके कुछ दिनों पष्चात ही राजेन्द्र दुबे निवासी खेखडा ने षडयंत्र पूर्वक समिति को हडप लिया और सभी सदस्यों को बिना किसी सूचना दिए समिति से बाहर कर खुद अध्यक्ष बन गया। उक्त मामले की जानकारी जैसे ही उक्त विस्थापित समिति के वास्तविक अध्यक्ष को मिली आनन-फानन में जिम्मेदारों को पत्र लिखकर सूचित किया लेकिन जिम्मेदारों के कानों में जूं तक नहीं रेंगा। एनटीपीसी प्रबंधन व सहकारिता विभाग के जिम्मेदार लगातार गुमराह करते रहंे।

न्याय की आस में पथराई आंखे,राजेन्द्र पर हो मुकदमा पंजीबद्व
सिंगरौली : खेखडा निवासी राजेन्द्र दुबे के षययंत्र का पीडिता कुछ इस कदर षिकार हुई की दर्जनों बार एनटीपीसी और सहकारिता विभाग में आवेदन देने के बाद भी किसी तरह की सार्थक प्रतिक्रिया नही मिली। लिहाजा न्याय की आस में दर -दर भटकने बाद पीडिता की आंखें पथरा गई है और राजेन्द्र दुबे पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाते हुए धोखाधडी और कूटरचित दस्तावेज बनाकर समिति हडपने के आरोप में 420 का मुकदमा पंजीबद्व करने की गुहार लगाई है।
पीडिया सीता देवी ने बताया कि राजेन्द्र दुबे द्वारा जो वर्तमान में जो समिति चलाई जा रहीं है उसके सदस्यों के बारें में कई दफा सहकारिता विभाग को पत्र लिखा लेकिन विभाग में बैठे लोग यह कहकर किनारा कस लेते है कि इस विभाग में किसी तरह की कोई जानकारी नहीं है।

महीने में लाखों का वारा न्यारा,जांच के बाद राजेन्द्र का चेहरा होगा बेनकाब
सिंगरौली : आदर्श विस्थापित बेरोजगार सहकारी समिति मर्यादित तेलगवा की अध्यक्ष सीता देवी ने बताया कि वर्तमान में जिस समिति के अध्यक्ष पद पर राजेन्द्र दुबे बैठे है पहले तंेलगवा की विस्थापित समिति थी लेकिन वे तेलगवा से विस्थापित नहीं है बाद में मामला उलझता देख खुद को जयनगर का विस्थापित होने का कागज पेष कर दिया।
इतना हीं नहीं इनके समिति में वर्तमान में जितने भी सदस्य है वे विस्थापित है भी कि नहीं यह भी जांच का विषय है क्योंकि की कई बार आवेदन देने के बाद भी सहकारिता विभाग के अधिकारी यही कहते नजर आए की अध्यक्ष के अलावा किसी भी सदस्य की आईडी सहित अन्य जानकारी हमारे कार्यालय में नहीं है। सूत्र बताते है कि प्रतिमाह लाखों का वारा न्यारा हो रहा है और सभी मिलकर बंदरबाट कर रहें है। हलांकि जांच के बाद दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।