Wednesday, March 29, 2023
Homeधर्म-त्यौहारVijaya Ekadashi 2023: 16 फरवरी को है विजया एकादशी, गायत्री मंत्र का...

Vijaya Ekadashi 2023: 16 फरवरी को है विजया एकादशी, गायत्री मंत्र का यह उपाय हर लेगा सारे कष्ट

Vijaya Ekadashi 2023: हिंदू धर्म में एकादशी का विशेष महत्व बताया गया है। यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित की गई है। इस दिन व्रत करने से भक्तों के सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं और स्वर्ग की प्राप्ति होती है। इस बार एकादशी 16 फरवरी 2023 (गुरुवार) को आ रही है।

आचार्य अनुपम जौली के अनुसार यह फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी है। इसे विजया एकादशी भी कहा जाता है। पंचांग की गणना के अनुसार विजया एकादशी 16 फरवरी को पड़ रही है।

Samsung का धांसू स्मार्टफोन तहलका मचाने आ गया, इसमें मिलेंगे अमेजिंग फीचर्स के साथ दमदार बैटरी, जाने कीमत

vijaya ekadashi 2023 date and time puja vidhi shubh muhurat samagri ki list  - Vijaya Ekadashi 2023 : विजया एकादशी कब है? नोट कर लें डेट, पूजा- विधि,  शुभ मुहूर्त और पूजन
Vijaya Ekadashi 2023

कब है विजया एकादशी तिथी और पूजा मुहूर्त (Vijaya Ekadashi 2023 Date)

पंचांग के अनुसार एकादशी तिथि 16 फरवरी 2023 को प्रात: 5.32 बजे आरंभ होगी। इसका समापन अगले दिन सुबह 2.49 बजे होगा। व्रत का पारण 17 फरवरी को किया जाएगा। बहुत से वैष्णव संप्रदायों में एकादशी का व्रत 17 जनवरी को किया जाएगा। जबकि पारण 18 फरवरी को किया जाएगा।

विजया एकादशी को करें ये उपाय (Vijaya Ekadashi ke Upay)

यदि आपकी कोई विशेष इच्छा है जिसे आप पूरा करना चाहते हैं तो एकादशी बहुत ही शुभ दिन है। इस दिन आप गायत्री मंत्र का एक छोटा सा अनुष्ठान कर सकते हैं। इससे न केवल आपकी इच्छाएं पूर्ण होंगी वरन आपको आध्यात्मिक शक्तियां भी मिलेंगी।

Clean Survey: शहर में सफाई व्यवस्था है बेहाल खुली पोल स्वच्छता सर्वेक्षण में कैसे बनेगा नंबर 1 जिला पढ़िए पूरी खबर

Vijaya Ekadashi 2023

Vijaya Ekadashi 2023: कैसे करें उपाय

सुबह जल्दी उठ कर स्नान करें। श्वेत रंग के साफ, धुले हुए वस्त्र पहनें तथा किसी विद्वान आचार्य के सानिध्य में गायत्री मंत्र के 24,000 जप का संकल्प करें। इसके बाद आचार्यों की सहायता से एक ही दिन में गायत्री मंत्र के 24000 जप पूरे करें। जप के बाद दशांश (2400 आहुति) हवन करें। इसी प्रकार गायों को चारा, कबूतरों को अनाज, चींटियों को दाना डालें। तत्पश्चात् मां भगवती और भगवान विष्णु से अपने मनोरथ को पूर्ण करने की प्रार्थना करें।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments