singrauli भारत के मध्य प्रदेश राज्य के सिंगरौली ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िला मुख्यालय, वैढ़न, से लगभग 26 किमी दूर है। सिंगरौली को मध्य प्रदेश की “ऊर्जा की राजधानी” कहा जाता है।
Singrauli ज़िले को 24 मई 2008 को सीधी ज़िले सेे अलग कर जिला बनाया गया था। कोयला उत्पादन के लिए प्रसिद्ध एवंं कोयले की मोटी परत पाई जाती है। यह मध्य प्रदेश की ऊर्जा राजधानी है। यहाँ लाल काली मिट्टी भी पाई जाती है। ज़िला बघेेलखण्ड केे अन्तर्गत आता हैं। भारत की स्थानीय मानक समय रेखा (L.S.T.) 82.5 पूर्व देशांतर रेखा स्पर्श करती हैं। बरिगवां मे हिन्डाल्को का कारखाना हैै जो एल्यूूमीनियम का उत्पादन करता है। सिंगरौली जिले में भारत की सबसे बड़ी विद्युत संयंत्र कंपनी एनटीपीसी 1975 में स्थापित की गई है।

singrauli के शासक
singrauli ज़िला राजा रूद्र प्रताप सिंह खैरवार ठाकुर(बेनवंश राजपूत) जिन्हे ब्रिटिश सरकार से गहरवार एस्टेट की कमिशनर नियाकत किया गया और अंगरेजो (ब्रिटिश सरकार) का सीक बाबाकायदा मालिकाना मिल्था रहा क्यो की उस समय के क्षत्रिय राजपूत ज्यादा समय अपने राज्य की सुरक्षा में देते इसलिए आज राजा रूद्र प्रताप सिंह (खैरवार) को लोग नही जानते हैं।
जबकी नौ जनन उनका singrauli (अवध का हिस्सा) मे राज्य काल था एवं उनके वंशज राजा बाबा बैढ़न मे एवं बाबा शाहब पिपरहरा सोनभद्र में है जो कलचुरी वंश से संबंधित है एवं वीणा सिंह की शादी 70 के दशक में सिंगरौली जिले के राजघराने मे बीपी सिंह (राजा बाबा) से हुई थी ।
राजा बाबा के पास स्टेट गहरवार के नाम से 1500 गाँव की रियासत थी राजा बाबा 2013 में सिंगरौली से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। 1998 मे वह माइनिंग कार्पोरेशन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। एवं वीणा सिंह के बेटे ऐश्वर्य सिंह की शादी नेपाल राजघराने से संबद्ध रही देवयानी राणा से हुई है।
singrauli को काला पानी क्यों कहा जाता है?
टिहरी गढ़वाल में पेड़ों को बचाने के लिए आदमी के संघर्ष की कहानियाँ सुनी थीं, किंतु मनुष्य के विस्थापन के विरोध में पेड़ भी एक साथ मिलकर मूक सत्याग्रह कर सकते हैं,