कथावाचक प्रदीप मिश्रा का विवादों से नाता खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. राधा रानी और तुलसीदास पर की गई टिपण्णी का मामला धीरे धीरे शांत हो रहा था कि एक और बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है. बैतूल जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें उन्होंने ताप्ती नदी को श्रापित बताया है. इस वीडियो के आने के बाद ताप्ती भक्तों में नाराजगी देखने को मिल रही है और उन्होंने पंडित प्रदीप मिश्रा से माफी मांगने की बात कही है. साथ ही उन्होंने ज्ञापन देकर शिकायत की है.
Pandit Pradeep Mishra वायरल हुआ वीडियो
वीडियो में प्रदीप मिश्रा ने कहते हुए दिखाई दे रहे हैं, “यमुना जी ने ताप्ती जी को शाप दिया था, इसलिए ताप्ती नदी में अस्थियां गल जाती हैं.” ताप्ती को शापित नदी बताने को लेकर भक्तों ने अब प्रदीप मिश्रा से पुण्य सलिला मां सूर्यपुत्री ताप्ती के दरबार में आकर माफी मांगने की मांग की है.”
उग्र आंदोलन की चेतावनी
Pandit Pradeep Mishra प्रदीप मिश्रा को भक्तों ने यह भी चेतावनी दी है कि 13 जुलाई 2024 को पुण्य सलिला मां सूर्यपुत्री ताप्ती जन्मोत्सव के पहले ताप्ती जन्मस्थली मुलतापी में आकर माफी नहीं मांगते हैं, तो ठीक है नही तो उनका ताप्तीचंल में विरोध एवं उनके खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा.
मां सूर्यपुत्री ताप्ती जागृति समिति मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष रामकिशोर पंवार का कहना है, “पंडित प्रदीप मिश्रा को सिद्ध करें क्या ताप्ती श्रापित नदी है और इस बात का क्या आधार उनके पास प्रमाण है? क्योंकि ताप्ती नदी में यमुना के श्राप के चलते अस्थियां नहीं गलती बल्कि ताप्ती के वेग और तेज के कारण उसे प्राप्त शक्तियो के कारण मृत व्यक्तियो की अस्थियां को मोक्ष प्राप्त होता है.
उनको पता ही नहीं है कि ताप्ती नदी का प्रभाव और धार्मिक महत्व क्या है. दुनिया की एक मात्र नदी है जो अपने आंचल में विसर्जित अस्थियों को मात्र तीन दिन में मोक्ष प्राप्त होता है.” राधा रानी पर दिए विवादित टिप्पणी के बाद पंडित प्रदीप मिश्रा ने बरसाना में नाक रगड़कर माफी मांगी थी अब देखना होगा कि ताप्ती पर की गई टिप्पणी को लेकर वो क्या करते हैं।